चंदा चकोरेयाँ दी ग़ल्लां बथेरयाँ दी असां क़िस्से कस लय सी कोले बैठे हंस लय सी आइंवें तेन्नु चुम्म किसे की कोसी कोसी लोई रे
भारतलिरिक्स.कॉम
मैं भी नहीं सोया तू भी नहीं सोई रे मैं भी नहीं सोया तू भी नहीं सोई रे मैं भी नहीं सोया तू भी नहीं सोई रे
मैं भी नहीं सोया तू भी नहीं सोई सोई सोई रे मैं भी नहीं सोया तू भी नहीं सोई रे
ऐसे धीरे-धीरे से साँसों में क्या चुभता है बता ख़ाली ख़ाली सीना है फिर इतना क्यूँ दुखता है बता क़िस्मत ने खेंची रे कैसी लकीरें रे सब मेरा छीन के रे छुपता है रब क्यूँ ये ऐसा भी